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अमेरिका के डॉक्टरों ने एक अद्भुत कारनामा किया, जहां उन्होंने सुअर की किडनी को एक इंसान में ट्रांसप्लांट कर दिया। अब उसके नतीजे सामने आए हैं, जिसकी चर्चा दुनियाभर में हो रही। डॉक्टरों के मुताबिक एक महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। जिस शख्स में सुअर की किडनी लगाई गई थी, वो बहुत सामान्य तरीके से काम कर रही है। ये ट्रांसप्लांट की दिशा में बहुत आशाजनक संकेत है। इससे पहले भी कई बार ऐसा किया गया था, लेकिन असफलता ही हाथ लगी थी। ऐसे में देखा जाए, तो इस शख्स ने नया रिकॉर्ड बनाया है।
मामले में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी लैंगोन ट्रांसप्लांट इंस्टीट्यूट के रॉबर्ट मोंटगोमरी ने बताया कि एक ब्रेनडेड शख्स के बारे में उनको पता चला था। उन्होंने उसके घरवालों से इजाजत ली, ताकि किडनी ट्रांसप्लांट की दिशा में नई खोज की जा सके। इसके बाद उन्होंने एक सुअर की किडनी ली और उसमें जेनेटिक परिवर्तन किए। फिर 14 जुलाई को उसे ब्रेनडेड इंसान में ट्रांसप्लांट कर दिया। उन्होंने आगे बताया कि अभी तक के रिकॉर्ड के मुताबिक सुअर की किडनी इंसान में एक महीने तक ढंग से काम करती थी, लेकिन ये मामला अलग निकला। एक महीने से ज्यादा वक्त हो गया है और ब्रेनडेड इंसान की किडनी सही से काम कर रही। अब ये देखना है कि दूसरे महीने में वो कितने दिनों तक स्वस्थ रहता है। इस केस में एक खास बात ये भी रही कि किडनी ने ट्रांसप्लांट के तुरंत बाद यूरीन पैदा करना शुरू कर दिया। ऐसे में इसको लेकर डॉक्टर उत्साहित हैं। उनका मानना है कि भविष्य में सुअर की किडनी इंसानों में आराम से ट्रांसप्लांट की जा सकेगी और वो लंबे वक्त तक काम करेगी। इससे गंभीर मरीजों को राहत मिलेगी।
20 घंटे तक चला ऑपरेशन! डॉक्टरों ने एक साथ बदला हार्ट, लिवर और किडनी,
अमेरिका में 88 हजार किडनी की जरूरत,
एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में 1.03 लाख लोगों को अलग-अलग ट्रांसप्लांट की जरूरत है। इसमें 88 हजार मरीजों का सिर्फ किडनी ट्रांसप्लांट होना है। हालांकि इतनी किडनी उपलब्ध नहीं हो पाती, जिससे हर साल हजारों लोग मरते हैं। ऐसे में इस प्रयोग से काफी उम्मीद जगी है।