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अरपा बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभय नारायण राय, सदस्य नरेंद्र बोलर,महेश दुबे, आशा पांडेय ने विभाग के अधिकारी एवं ठेकेदारों की उपस्थिति में पचरीघाट बैराज एवं शिवघाट बैराज का निरीक्षण किया। पचरीघाट बैराज में 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण पाया गया। 20 गेट में दो स्लैब की ढलाई बची हुई हैं और तीन गेट लगने बाकी हैं। गेट का निर्माण पूर्ण होकर रखा हुआ हैं। बरसात का पानी आजाने की वजह से ढलाई नहीं हो पाने की जानकारी जल संसाधन विभाग के अधिकारी और ठेकेदार ने दी। प्राधिकरण के पदाधिकारियों ने पूरे कार्य का मौके पर जाकर निरीक्षण किया और अधिकारियों से जानकारी ली। शिवघाट बैराज पर कुल 24 गेट बनने है, जिसमें आठ गेट की ढलाई बची हुई हैं। गेट लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष गेट बनकर तैयार रखे हुए हैं। ढलाई होते ही लगा दिया जायेगा। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों और ठेकेदारों से 30 जून की समय सीमा पर कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण पूछा गया अधिकारियों ने वर्षा का हवाला देते हुए कहा कि नदी में पानी आ जाने के कारण विलंब हो रहा हैं। 30 अगस्त तक पचरीघाट का कार्य पूरा किया जा सकता है। नदी में पानी कम होते ही कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। शिवघाट को लेकर उन्होंने अक्टूबर तक कार्य पूर्ण होने की बात कही। निरीक्षण के दौरान प्राधिकरण के पदाधिकारियों के साथ खारंग के कार्यपालन अभियंता एसके सराफ, अनुविभागीय अधिकारी केके. सिंह, उपअभियंता आयुष तिवारी, मनीष राजपूत, नवीन सोनी, वैशाली पात्रे, ठेकेदार प्रतिनिधि तौसिब खान उपस्थित थे। निरीक्षण के पश्चात् उपाध्यक्ष अभय नारायण राय ने कहा कि निरीक्षण एवं आज दिनांक तक की कार्य प्रगति की रिपोर्ट लिखित में छग शासन के मुख्यमंत्री एवं अरपा बेसिन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भूपेश बघेल जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा को सौंपी जायेंगी। विभाग और ठेकेदार दोनों की कार्यक्षमता की रिपोर्ट मुख्यमंत्री तक पहुंचायी जायेगी। संसाधन विभाग के सचिव पी. अंबलगन ने रायपुर में ठेकेदार एवं अधिकारियों की बैठक लेकर समय सीमा पर काम नहीं हो पाने पर नाराजगी जताई हैऔर जल्द काम करने निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में पूरी तरह गंभीरता बरती जा रही है। गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।