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अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल राजेंद्र नगर बजाज कॉलोनी में आज गुरु चरण होरा शाला प्रवेशोत्सव के दौरान 5 बच्चों को उनकी शिक्षा-दीक्षा एवं उनके भोजन में आने वाले संपूर्ण खर्च का जिम्मा लेकर दूसरों के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया।। गुरचरण होरा बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु उन्हें खेल से भी जोड़ने हेतु निशुल्क प्रशिक्षण के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने के लिए हर संभव मदद करने की बात कही ।बेटियों को अपने हाथों से तिलक करते हुए भावुक हो गए इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गुरु ग्रंथ साहब में ऐसे बच्चों की सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताया ,इसका पालन सभी धर्मों के लोगों को मुक्त कंठ से किए जाने की अपील की गुरुचरण होरा ने स्किल डेवलपमेंट हेतु दो कक्ष बच्चों के लिए बनाने का जिम्मा लिया है।बच्चों को शिक्षा सामग्री बांटते हुए श्री होरा ने कहा कि आज ऐसे बच्चों की देखरेख करने सबसे बड़ी चुनौती है और इस कार्य को अर्पण दिव्यांग स्कूल के समिति के सदस्य बड़ी शिद्दत से करते हैं।सामान्य बच्चों की देख रेख करना आज कठिन कार्य है ऐसे समय मे न सुन सकने न बोल पाने वाले इतने सारे बच्चों को शिक्षा से लेकर उनकी हर जरुरतों को पूरा करने का दायित्व प्रशंसनीय है। इस अवसर पर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने कहा कि सरकार इन बच्चों के लिए बहुत कुछ करने का प्रयास कर रही है लेकिन एक सामाजिक जिम्मेदारी के तहत अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल मैं निशुल्क गरीब बच्चों को शिक्षित करना तथा उन्हें 100% रोजगार युक्त शिक्षा के अलावा अन्य विधा में प्रशिक्षित किया जाना यह अपने आप में सराहनीय कार्य है ।।विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्रीमती कोपल सराओगी अध्यक्ष इनरव्हील कॉस्मो द्वारा बच्चों को समय-समय पर उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप मदद करने की बात कही साथ कोपल सराओगी ने सभी सक्षम परिवार के लोगों से आग्रह किया कि वह अपने परिजनों के जन्मदिन अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल में मनाए ताकि सामान्य बच्चों को देखकर दिव्यांग बच्चों में आत्म बल मजबूत हो।। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा डायरेक्टर राकेश पांडे कोऑर्डिनेटर सीमा छाबड़ा ने बताया कि जो बच्चे 3 वर्षों में न बोल सकते थे उनमें से अधिकांश बच्चे अब बोलने लगे हैं उनका प्रयास है की सभी बच्चों को स्पीच थेरेपी के माध्यम से बोलने की प्रैक्टिस करा कर शिक्षित करना है उक्त कार्यक्रम में शाला के प्राचार्य कमलेश शुक्ला मोनिका गुप्ता एवं पालक गण संहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे।