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छत्तीसगढ़ के चर्चित आईपीएस अफसर जीपी सिंह को केंद्र सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। शुक्रवार को ही डीओपीटी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। छत्तीसगढ़ के सीनियर आईपीएस जीपी सिंह को भारत सरकार ने कंप्लसरी रिटायर कर दिया है। सर्विस रिव्यू कमेटी की सिफारिश पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह फैसला किया है। जीपी 94 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस हैं। वे एडीजी रैंक के अधिकारी हैं। हालांकि 2021 में भी सर्विस रिव्यू कमेटी ने तीन आईपीएस अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की सिफारिश की थी। उनमें मुकेश गुप्ता, जीपी सिंह के साथ एडीजी रैंक के एक और आईपीएस का नाम था। मुकेश गुप्ता इसके खिलाफ कोर्ट चले गए और वहां से उन्हें राहत मिल गई। चूकि तीनों अफसरों की एक ही फाइल थी इसलिए मुकेश के कारण तीनों की फाइल एमएएच ने लौटा दी। सितंबर 2022 में फिर सर्विस रिव्यू कमेटी की बैठक हुई और उसने जीपी सिंह को अनिवार्य सेवानिवृति देने की सिफारिश की। करीब 10 महीने से यह मामला केंद्र में लटका हुआ था। और अब लग रहा था कि शायद चुनाव के कारण अब टल जाए। मगर आज अचानक खबर आ गई कि जीपी सिंह को केंद्र सरकार ने रिटायर कर दिया है। जीपी सिंह की आईपीएस की सर्विस अभी आठ साल बची है। एडीजी ईओडब्लू के पद से हटने के बाद 30 जून 2021 को ईओडब्लू का छापा पड़ा था। 11 जनवरी 2022 को उन्हें गुडगांव से गिरफ्तार किया गया। 5 जुलाई 2022 को उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। पूरे चार महीने रायपुर जेल में रहने के बाद वे जमानत पर रिहा हुए थे।