
नई दिल्ली :- राजधानी मेंं प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत चार सप्ताह के भीतर करीब 70 आयुष्मान आरोग्य मंदिर शुरू किए जाएंगे। इसके लिए दिल्ली सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें इलाज के साथ-साथ टीकाकरण, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज सहित अन्य जीवनशैली से जुडी बीमारियों की स्क्रीनिग व गर्भवती महिलाओं के देखभाल की सुविधा भी होगी। सरकार ने इसे अपने 100 दिन के टारगेट में शामिल किया है।
ये आयुष्मान आरोग्य मंदिर मौजूदा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, डिस्पेंसरियों व कई मोहल्ला क्लीनिक को अपग्रेड कर शुरू किए जाएंगे। कुछ जगहों पर बारात घरों में भी आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनेंगे। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह द्वारा मीडिया में दिए बयान के अनुसार 20-25 दिन में 70 आयुष्मान आरोग्य मंदिर शुरू करने के बाद इसकी संख्या बढ़ाकर 100 की जाएगी।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर की बढ़ेगी संख्या :-
इस तरह चरणबद्ध तरीके से आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बता दें कि दस अप्रैल को आयुष्मान स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन लागू करने के लिए केंद्र व दिल्ली सरकार के बीच समझौता हुआ था। इसके तहत करीब 2400 करोड़ की लागत से 1139 आयुष्मान आरोग्य केंद्र, 50 से 100 बेड के नौ क्रिटिकल केयर ब्लॉक और 11 केंद्रीयकृत लैब शुरू किए जाने हैं।
इस समय दिल्ली में 553 मोहल्ला क्लीनिक :-
मौजूदा समय में दिल्ली में 553 मोहल्ला क्लीनिक है। इसमें से 164 मोहल्ला क्लीनिक किराए के मकान में चल रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री पहले ही किराए के मकान में चल रहे मोहल्ला क्लीनिकों को बंद करने की घोषणा कर चुके हैं। शेष 389 मोहल्ला क्लीनिक शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर में तब्दील होंगे। सुल्तानपुरी में डूसिब (दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड) के भवन में चल रहे मोहल्ला क्लीनिक, शालीमार बाग एसी ब्लॉक सहित कई अन्य जगहों के मोहल्ला क्लीनिक को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में तब्दील करने की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
1.75 लाख लाख लोगों का बना आयुष्मान कार्ड :-
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने एक बयान में कहा है कि दिल्ली में 1.75 लाख परिवारों का आयुष्मान कार्ड का पंजीकरण हो चुका है। उनके मोबाइल पर कार्ड बनने का मैसेज जा चुका है। लाभार्थी इसे आयुष्मान भारत के पोर्टल या एप से डाउनलोड कर सकते हैं। आशा वर्कर, राशन दुकानों इत्यादि के माध्यम से लाभार्थियों का कार्ड भी अगले सप्ताह वितरित कराया जाएगा।
एक लाख 69 हजार 469 कार्ड बनने का रिकॉर्ड दर्ज :-
वैसे पीएमजेएवाइ योजना के डैशबोर्ड पर एक लाख 69 हजार 469 कार्ड बनने का रिकॉर्ड दर्ज है। ये कार्ड अंत्योदय कार्ड धारकों व राशन कार्ड के आधार पर बनाए गए हैं, जिसका रिकॉर्ड पहले से सरकार के पास मौजूद है। पहले चरण में 2.35 लाख परिवारों का कार्ड बनने के बाद दूसरे चरण में 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों का कार्ड बनेगा। इसके अलावा 4.19 लाख अन्य गरीब परिवारों का भी कार्ड बनना है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग जरूरतमंदों के आधार पर लाभार्थियों की सूची तैयार करने में जुटा हुआ है।