
नई दिल्ली :- भारत के कई हिस्सों में गर्मी ने जोर पकड़ लिया है और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर जा रहा है। इस तेज धूप और तपते माहौल का सबसे ज्यादा असर आपकी कार के टायरों पर पड़ सकता है। ज्यादा तापमान टायरों की परफॉर्मेंस और सेफ्टी दोनों को प्रभावित करता है। इसलिए गर्मियों में ड्राइविंग करते समय कुछ जरूरी सावधानियां अपनाना बेहद जरूरी है.
टायर की नियमित जांच करें :- गर्म मौसम में टायरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, खासकर जब आप हाईवे पर लम्बी दूरी तय कर रहे हों। इसलिए समय-समय पर टायरों की जांच करते रहें। अगर किसी टायर पर कट, दरार या घिसावट नजर आए, तो तुरंत उसे बदलवा लें। टायर का ट्रेड बहुत घिस चुका हो, तो बिना देर किए नया टायर लगवाना ही बेहतर होता है।
टायर प्रेशर पर रखें नजर :- गर्मियों में ड्राइविंग के दौरान टायर का प्रेशर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे टायर फटने का खतरा रहता है। इसलिए, हर कुछ दिनों में टायर प्रेशर की जांच करें और इसे कार निर्माता द्वारा सुझाए गए स्तर पर बनाए रखें। जरूरत से ज्यादा या कम प्रेशर दोनों ही खतरनाक हो सकते हैं।
नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल करें :- गर्मी में टायर को ठंडा रखने और उसके अंदर नमी बनने से रोकने के लिए नाइट्रोजन गैस सबसे अच्छा विकल्प है।
नाइट्रोजन न सिर्फ टायर के तापमान को स्थिर रखती है, बल्कि इसकी वजह से टायर की उम्र भी बढ़ती है। चूंकि यह आग नहीं पकड़ती, इसलिए सुरक्षा के लिहाज से भी यह सामान्य हवा की तुलना में बेहतर होती है।
रफ्तार और वजन पर रखें नियंत्रण :- गर्मियों में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने पर टायर जल्दी गर्म हो सकते हैं, जिससे ब्लो-आउट का खतरा बढ़ जाता है। स्पीड लिमिट का पालन करें और गाड़ी में जरूरत से ज्यादा वजन न रखें, क्योंकि अतिरिक्त लोड टायरों पर अधिक दबाव डालता है।
खराब सड़कों पर सावधानी बरतें :- गड्ढों, कंकड़-पत्थरों या ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर गाड़ी चलाते समय विशेष सावधानी रखें। ऐसे रास्तों से टायर को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही, अपने स्पेयर टायर की भी नियमित जांच करें और सुनिश्चित करें कि उसमें भी सही मात्रा में हवा हो।
गर्मियों में थोड़ी सी समझदारी और नियमित देखभाल से आप न सिर्फ अपने टायरों की उम्र बढ़ा सकते हैं, बल्कि एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का भी आनंद ले सकते हैं। तो अगली बार कार स्टार्ट करने से पहले, इन बातों का ध्यान जरूर रखें/