हैदराबाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को डुंडीगल स्थित वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) का निरीक्षण किया।
श्रीमती मूर्मू शुक्रवार शाम को दो दिवसीय दौरे पर हैदराबाद पहुंची। पूरे सैन्य वैभव के साथ 211वें कोर्स के सीजीपी को भारतीय वायु सेना (आईएएफ)की विभिन्न शाखाओं के फ्लाइट कैडेटों के मांगलिक और चुनौतीपूर्ण प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित करना था।
वह सीजीपी की मुख्य अतिथि एवं समीक्षा अधिकारी (आरओ) हैं। सीजीपी प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित करता है। फ्लाइट कैडेटों के कंधों पर रैंक का अनावरण किया जाता है, जो राष्ट्रपति आयोग के पुरस्कार का प्रतिनिधित्व करता है।
आरओ ने कैडेटों से सीने पर ‘विंग्स’ और ‘ब्रेवेट्स’ भी पिन किए, जो इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें किस शाखा में कमीशन किया जा रहा है। परेड के बाद पिलाटस पीसी-7 ट्रेनर एयरक्राफ्ट एरोबैटिक प्रदर्शन करेगा। इसके बाद एक फ्लाई पास्ट होगा। पीसी-7 में सुखोई-30 द्वारा एक एरोबेटिक शो, और हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम ‘सारंग’ और सूर्य किरण एरोबेटिक टीम द्वारा सिंक्रोनस एरोबेटिक डिस्प्ले शामिल हैं।
अकादमी में 119 फ्लाइट कैडेटों ने प्री-कमीशनिंग प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया। एएफए के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब श्रीमती मुर्मू ने आईएएफ परेड का निरीक्षण किया। वहीं वर्तमान कोर्स एएफए से पास आउट होने वाला 211वां बैच है।
इस अवसर पर भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के आठ-आठ अधिकारियों के साथ-साथ दो वियतनामी प्रशिक्षु अधिकारियों को भी सफलतापूर्वक उड़ान प्रशिक्षण पूरा करने पर विंग्स से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर तेलंगाना की राज्यपाल एवं पुडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदरराजन और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर चौधरी उपस्थित रहे।
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January 31, 2025