
नई दिल्ली :- ट्रेन का सफर करते समय रेलवे अपने पैसेंजर्स को कई सारी ऐसी सुविधाएं भी देती हैं, जिसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं होती है. एक ट्रेन का टिकट खरीदने के साथ ही पैसेंजर को कई सारे अधिकार मिल जाते हैं, वो भी बिल्कुल मुफ्त. इसमें ट्रेन में फ्री बेडरोल से लेकर मुफ्त खाने तक के अधिकार शामिल हैं. आइए जानते हैं रेलवे कब और कैसे पैसेंजर्स को ये सारी सुविधाएं देती है.
इंडियन रेलवे अपने पैसेंजर्स को AC1, AC2, AC3 के सभी कोच में एक कंबल, एक तकिया, दो बेडशीट और एक हेंड टॉवेल देती है. हालांकि गरीब रथ एक्सप्रेस में लोगों को इसके लिए 25 रुपये देने होते हैं. इसके अलावा कुछ ट्रेनों में पैसेंजर स्लीपर क्लास में भी बेडरोल प्राप्त कर सकते हैं. अगर आपको ट्रेन की जर्नी के दौरान बेडरोल नहीं मिलता है, तो आप इसके खिलाफ शिकायत कर रिफंड का दावा कर सकते हैं.
ट्रेन के सफर में अगर बीमार महसूस करते हैं, तो रेलवे आपको फ्री में प्राथमिक चिकित्सा देती है और अगर स्थिति गंभीर हो, तो आगे के इलाज का भी इंतजाम करती है. इसके लिए आप फ्रंट लाइन कर्मचारी, टिकट कलेक्टर, ट्रेन अधीक्षक आदि से संपर्क कर सकते हैं. जरूरत पड़ने पर भारतीय रेलवे उचित शुल्क पर अगले ट्रेन स्टॉपेज पर आपके लिए मेडिकल ट्रीटमेंट का भी इंतजाम करेगी.
यदि आप राजधानी, दुरंतो और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों से सफर कर रहे हैं, और अगर आपकी ट्रेन 2 घंटे से अधिक लेट है, तो रेलवे आपको फ्री में खाना देती है. इसके अलावा अगर आपकी ट्रेन लेट है और आप कुछ अच्छा खाना चाहते हैं, तो आर ई-कैटरिंग सर्विस से ट्रेन में खाना भी ऑर्डर कर सकते हैं.
क्या आप जानते हैं कि देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर क्लॉकरूम और लॉकर रूम उपलब्ध हैं? आप अपना सामान इन लॉकर रूम और क्लोकरूम में अधिकतम 1 महीने तक रख सकते हैं. हालांकि, इसके लिए आपको कुछ चार्जेस देने होते हैं.
किसी भी स्टेशन पर उतरने पर अगर आपको अगली ट्रेन पकड़ने के लिए कुछ देर स्टेशन पर रूकना है या किसी और काम के लिए स्टेशन पर ही रूकना है, तो आप स्टेशन पर बनें AC या नॉन एसी वेटिंग हॉल में आराम से वेट कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने ट्रेन का टिकट दिखाना होता है.
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