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वाराणसी। माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रयागराज के बाद काशी में भी आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा है। वाराणसी के शीतला घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट सहित अलग-अलग घाटों पर भारी संख्या में श्रद्धालु नजर आ रहे हैं। माघ पूर्णिमा के अवसर पर गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हुए वह भगवान सूर्य को अर्घ दे रहे हैं। निश्चित ही इससे पहले अन्य प्रमुख किसी तिथि पर काशी में ऐसी भीड़ नहीं देखी गई।
काशी में भक्तों का लगा तांता
उड़ीसा से आने वाले श्रद्धालुओं ने भी बातचीत के दौरान कहा कि वह माघ पूर्णिमा के अवसर पर काशी में स्नान करने के लिए आए हैं और उनका अनुभव आनंद की अनुभूति कराने वाला रहा है। आपको बता दें कि जब से महाकुंभ का शुभारंभ हुआ है। तब से वाराणसी आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। मकर संक्राति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के मौके पर तो वाराणसी में जगह-जगह जाम की स्थित बनी रही। अब यही नजारा माघी पूर्णिमा के अवसर पर भी देखने को मिल रहा है।
श्रद्धालुओं के भारी आगमन के मद्देनजर दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होने वाली गंगा आरती का आयोजन अपरिहार्य कारणों से 5 फरवरी 2025 तक जनसामान्य के लिए बंद कर दिया गया था। गंगा सेवा समिति दशाश्वमेध घाट के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं से अपील की थी कि आप त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बाद सीधे अपने गन्तव्य की ओर प्रस्थान करें। महाकुंभ के बाद जब स्थिति सामान्य हो जाएगी। तभी आप काशी आए और भोले बाबा का आशीर्वाद ग्रहण करें।