नई दिल्ली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी यानी बीजीटी की पांच पारियों में कुल 184 रन बनाने वाले उस्मान ख्वाजा के टेस्ट करियर पर पूर्ण विराम लगने की बात कही जा रही थी, लेकिन श्रीलंका जाते ही उन्होंने एक इतिहास रच दिया। बीजीटी में 10 पारियों में 200 रन भी नहीं बनाने वाले ख्वाजा ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज की पहली पारी में ही दोहरा शतक जड़ दिया। वे ऑस्ट्रेलिया के लिए श्रीलंका में टेस्ट क्रिकेट में डबल सेंचुरी जड़ने वाले पहले क्रिकेटर बन गए हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपनी डूबती नैया को भी किनारे पर ला खड़ा किया है।
उस्मान ख्वाजा ने 290 गेंदों में 16 चौके और एक छक्के की मदद से अपना दोहरा शतक पूरा किया, जो टेस्ट क्रिकेट में उनका पहला दोहरा शतक है। इस मैच में ट्रैविस हेड के साथ ओपनिंग करने वाले उस्मान ख्वाजा पहले दिन की तरह दूसरे दिन भी शानदार लय में नजर आए। बीजीटी में उस्मान ख्वाजा पहले तीन मैचों में बुरी तरह फेल रहे थे। हालांकि, आखिरी दो मैचों में उन्होंने कुछ रन बनाए थे, लेकिन फिर भी पूरी सीरीज में उनके 200 रन नहीं थे। उन्होंने 5 मैचों की 10 पारियों में कुल 184 रन बनाए थे। उनका औसत 20.44 का था।
2016 में बाएं हाथ के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा गाले में एक ही दिन में दो बार आउट हो गए थे। ऐसे में कहा गया कि उस्मान ख्वाजा स्पिन नहीं खेल सकते, लेकिन अब वह 2025 में स्पिन पर हावी हो रहे हैं और श्रीलंका में टेस्ट में दोहरा शतक बनाने वाले पहला ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन गए हैं। सीरीज से पहले उन्होंने रिटायरमेंट को लेकर भी बयान दिया था और कहा था कि अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम को लगता है कि उनकी जरूरत नहीं है तो वह टेस्ट क्रिकेट छोड़ देंगे। अब दोहरा शतक जड़कर उन्होंने सभी आलोचकों को करारा जवाब दिया है।