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प्रशासन द्वारा एस्मा लगाने के बाद भी पटवारियों की हड़ताल निरंतर जारी है। हड़ताल के 26वें दिन भी सभी जिलाें में प्रदर्शन जारी रहा। वहीं शासन का दावा है कि 110 पटवारी काम पर वापस लौट गए हैं, जबकि इनमें से ज्यादातर परिवीक्षा अवधि के कर्मचारी हैं और वे हड़ताल में शामिल ही नहीं थे। वहीं, राजस्व विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों को आदेश जारी कर पटवारियों को कार्य पर वापस लौटने की अपील करने के लिए निर्देशित किया है।
रायपुर कलेक्टर द्वारा सभी पटवारियों को इसका आदेश जारी भी कर दिया है और 24 घंटे के भीतर कार्य पर वापस लौटने की चेतावनी दी है। इसके बाद प्रशासन गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर सकता है। इस नोटिस के बाद भी पटवारी हड़ताल खत्म करने के पक्ष में नहीं हैं।
सचिव का दावा है कि एस्मा लगाने के बाद 137 पटवारी काम पर वापस लौट आए हैं। इसी बीच शुक्रवार को कुछ जिलों में धरना स्थल के पंडाल निकलवाने के लिए पुलिस पहुंची, हालांकि समझाईश देकर वापस लौट गई।
एस्मा लगाने के बाद से ही पटवारियों का आंदोलन उग्र होता जा रहा है। एस्मा लगाने के अगले ही दिन पटवारियों ने उसकी प्रतियां जलाकर प्रदर्शन किया, जबकि अब पटवारी संघ सीएम आवास घेराव करने की दिशा में कार्ययोजना तैयार कर रहा है। हालांकि इसे लेकर अब तक स्थिति कुछ खास स्पष्ट नहीं हो पाई है।
पटवारियों की हड़ताल के बीच पिछले 26 दिनों से लोग परेशान हैं, उनके मूलभूत कार्य भी नहीं हो रहे हैं। जिसमें जाति, निवास, आय सहित कई अन्य प्रकार के प्रमाण पत्र भी शामिल हैं। ऐसे में राजस्व विभाग द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आरआइ के जरिए उनका कार्य करवाने के लिए निर्देशित किया गया है।
पटवारी संघ प्रदेश अध्यक्ष भागवत कश्यप का कहना है कि कोई भी पटवारी हड़ताल से वापस नहीं लौटा है। सब एक साथ हैं हड़ताल अब भी जारी है। एस्मा लगा दिया गया है। हमारी मांगे जब तक नहीं मानी जाती हम हड़ताल पर डटे रहेंगे। प्रशासन ने नोटिस दिया है।
छग राजस्व विभाग सचिव एनएन एक्का ने कहा कि सभी कलेक्टरों को पटवारियों को आदेश जारी कर वापस आने के लिए पत्र जारी करने बोला गया है। लगभग 110 पटवारी कार्य पर वापस लौटे हैं। अगर काम पर वापस नहीं आएंगे, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।