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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लालपुर स्थित MMI हॉस्पिटल में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है, जहां एक 45 वर्षीय महिला भारती खेमानी की मौत हो गई है। मृतिका भारती खेमानी के परिजनों का कहना है कि स्वाइन फ्लू के चलते महिला को 2 सितंबर को MMI हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बेहतर इलाज करने का आश्वासन देकर यहां डॉक्टरों ने हफ्ते भर में ही साढ़े 7 लाख रूपए परिजनों से वसूल किए और पैसे देने के बाद भी यहां घोर लापरवाही मरीज के साथ की गई है। अंतिम समय में भी 1 लाख रुपए लेकर मरीज को हैदराबाद में इलाज कराने के लिए रेफर कर दिया गया तथा lung transfer का 2 करोड़ रुपए का एस्टीमेट भी थमा दिया गया।
एयर एंबुलेंस के लिए साढ़े 5 लाख रुपए का भुगतान, एयर एंबुलेंस में वेंटीलेटर, ऑक्सीजन तक नही , एंबुलेंस में AC तक नहीं,एयरपोर्ट में ही महिला की मौत हो गई:
परिजनों ने बताया कि एयर एंबुलेंस से हैदराबाद ले जाने की व्ववस्था कर हॉस्पिटल ने साढ़े 5 लाख रूपए भी लिए लेकिन एयर एंबुलेंस में वेंटीलेटर , ऑक्सीजन तक नही था और एयरपोर्ट पर ही महिला की मौत हो गई। एंबुलेंस में AC तक नहीं था। पीड़ित परिजनों का कहना है कि अस्पताल ने कहा कि यहां ईलाज नही होगा इनको हैदराबाद ले जाकर इलाज कराने कहा गया जहां रेड बस वाले मरीज को लेकर जाएंगे जबकि एंबुलेंस में ना तो कोई डॉक्टर था ना ही एंबुलेंस में कोई मशीन तक काम नही कर रही थी। इसके बाद परिजन मरीज को लेकर एअरपोर्ट पहुंचे जहां इन्हें कहा गया की केवल एक ही आदमी इसमें जा सकता है वरना आप मरीज के साथ यहीं रहो। एअरपोर्ट में एयर एंबुलेंस में मरीज को लेकर हैदराबाद जाने कहकर 15 मिनट में टेक ऑफ करने के बाद एयर एंबुलेंस की लैंडिंग रायपुर में ही की गई जबकि एयर एंबुलेंस को हैदराबाद में लैंडिंग करनी थी। यह भी बताया गया कि एयर एंबुलेंस में वेंटीलेटर तक नही था। मृतिका के पुत्र ने एयर एंबुलेंस को वापस मोड़ो क्योंकि वेंटीलेटर काम नही कर रही है और फ्लाइट को लैंड करो , इनके द्वारा पायलट से कहा गया तो उन्हें डॉक्टर से बात करो या इनसे बात करो कहा गया।
MMI हॉस्पिटल मैनेजमेंट में फुट पड़ने का मामला भी सामने आया, सिटी स्कैन की रिर्पोट तक नही बताई गईं:
MMI हॉस्पिटल में यह भी उजागर हुआ है कि मैनेजमेंट में फुट पड़ चुकी है और मैनेजमेंट के कई लोगों ने किनारा कर लिया है।
वहीं 45 वर्षीय महिला भारती खेमानी जिनकी मौत घोर लापरवाही से हुई है उनके पति मुकेश खेमानी ने बताया कि 11 सितंबर को सिटी स्कैन भी मरीज की हुई जिसकी रिर्पोट तक नही बताई गई। रात करीब एक बजे अचानक मरीज की तबियत बिगड़ी और सुबह 12 तारीख को डॉक्टर के साथ इनकी मीटिंग भी हुई जहां डॉक्टर ने बताया कि जिस दिन ये यहां पहुंचे थे उसी दिन से ही महिला के lungs इतने खराब थे और अभी और ज्यादा ही इनके lungs खराब हो चुके हैं इसके ऊपर का ईलाज हम नही कर सकते इन्हें हैदराबाद ले जाओ। इन्हें एक लेटर बनाकर यह भी कहा गया कि महिला के lungs 80 प्रतिशत खराब हो चुके हैं। जबकि परिजनों का कहना है कि इतने दिनों तक भर्ती के बाद बताया गया कि इनको हैदराबाद ले जाओ।
इसके बाद परिजनों से 6 लाख 90 हजार रूपए लिए गए और कहा गया कि ईलाज की पूरी जवाबदारी हमारी है , आपके परिवार के 2 मेंबर्स साथ जायेंगे , जहां नर्स और डॉक्टर इनके साथ होंगे। मरीज को एयरपोर्ट ले जाया जायेगा और वहां से हैदराबाद एयर एंबुलेंस से मरीज को ले जाया जायेगा। हैदराबाद पहुंचने के बाद वहां भी एम्बुलेंस आएगी और तरीके से उन्हें ले जाया जायेगा। जबकि मृतिका के पति ने बताया की उनके पुत्र जब एम्बुलेंस में बैठे तभी कहा गया कि एम्बुलेंस की AC चालू करें तो जब रनिंग में गाड़ी आएगी तो AC चालू हो जायेगा लेकिन AC चालू नही हुई। जबकि हॉस्पिटल में परिजनो को यह भी कहा गया कि हैदराबाद ईलाज कराने में 2 करोड़ रूपए का खर्चा होगा।
इन्हीं लापरवाही के चलते मरीज की मौत हुई है। फिलहाल मृतिका की पोस्ट मॉर्टम की जा रही है और इसके बाद FIR दर्ज कराई जाएगी।