दरअसल, हम बात कर रहे हैं सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी एसजेवीएन की, जिसे पहले सतलुज जल विद्युत निगम के नाम से जाना जाता था। इस पीएसयू स्टॉक को वर्ष 1988 में नाथपा झाकरी पावर कॉरपोरेशन के रूप में शामिल किया गया था। यह कंपनी हाइड्रो पावर और ट्रांसमिशन के कारोबार से जुड़ी है। पिछले दो सालों में पावर स्टॉक एसजेवीएन ने अपने निवेशकों को 400% से ज़्यादा का मुनाफ़ा दिया है। वहीं, अगर तीन सालों की बात करें तो इसके शेयरों में 430% की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, एक महीने में 5.58% की गिरावट देखी गई है।
16 अगस्त 2022 को शेयर 28.55 रुपये पर बंद हुआ, जबकि इसका मौजूदा बाज़ार भाव 143.05 रुपये है। फ़र्म का मार्केट कैप 56,156 करोड़ रुपये रहा। शुक्रवार को यह 144.75 रुपये के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया था।
जून तिमाही में शुद्ध आय में 29% की वृद्धि हुई :-
आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कंपनी की शुद्ध आय 29 प्रतिशत बढ़कर 958.47 करोड़ रुपये हो गई, जो वर्ष 2023 की जून तिमाही में 744.39 करोड़ रुपये दर्ज की गई थी। एसजेवीएन के शेयरों का बीटा 1.8 है, जो एक साल में उच्च अस्थिरता को दर्शाता है। शेयर ने 21 अगस्त, 2023 को 55 रुपये का 52-सप्ताह का निचला स्तर छुआ, जबकि 5 फरवरी, 2024 को इसने 170.45 रुपये का नया 52-सप्ताह का उच्च स्तर बनाया।
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