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नई दिल्ली :- राहु और केतु, ज्योतिष में काले ग्रह माने ज गए हैं, इनका प्रभाव जीवन पर गहरा होता है। ये चंद्रमा की कक्षा के दो छिद्रों रूप में देखे जाते हैं. राहु और केतु की दशा, जन्मकुंडली में इनके स्थान और दशा के अनुसार जीवन में कई बाधाएं आ सकती हैं. राहु और केतु को शांत करने के लिए नियमित पूजा और व्रत का पालन करना आवश्यक है. विशेष रूप से शनिवार और मंगलवार के दिन राहु और केतु की पूजा की जाती है. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि राहु और केतु के प्रभाव को कम कैसे करें
पूजा करें :- राहु के प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार को हनुमान जी की पूजा करें. केतु के प्रभाव को कम करने के लिए मंगलवार को गणेश जी की पूजा करना शुभ माना जाता है.
मंत्र जाप :- राहु और केतु को शांत करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप करना चाहिए वो मंत्र है राहु के लिए “ॐ रां राहवे नमः” केतु के लिए “ॐ कें केतवे नमः” का जाप करें.
रुद्राभिषेक और हवन :- राहु और केतु के प्रभाव को कम करने के लिए रुद्राभिषेक और हवन करें. शिवलिंग पर जल और अन्य सामग्रियों से अभिषेक करें और शिव जी की पूजा करें.
दान करें :- दान और परोपकार भी राहु और केतु के प्रभाव को कम करते हैं. राहु के लिए काले रंग की वस्तुएं जैसे काले तिल, उड़द दाल, और काले कपड़े दान करें.केतु के लिए कंबल, और जूते, चप्पल, दान करें.
मूलक और रत्न :- किसी भी शुभ रत्न या मूलक का प्रयोग भी राहु और केतु के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है. राहु और केतु को शांत करने के लिए आप रत्न धारण कर सकते हैं. रत्नों को खरीदते समय ज्योतिषी से परामर्श जरूर ले. कि आपको कौन से रत्न पहनने चाहिए.
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