
यूपी कई जिलों में हुई मूसलाधार बारिश ने उमस भरी गर्मी से राहत जरूर दिलाई लेकिन लखनऊ वालों के लिए आफत बन गई। रायबरेली, लखीमपुर, बाराबंकी, सीतापुर, गोंडा, बलरामपुर के कई इलाके जलमग्न हो गए। लखनऊ में तो पानी सड़कों पर बहने लगा। इसके चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया। जोरदार बारिश का आलम यह था कि पानी यूपी विधानसभा परिसर में तक पहुंच गया। लखनऊ नगर निगम और महापौर का आवास भी बारिश से बच नहीं सका। नगर निगम के सभी विभागों में गंदा पानी घुस गया और महापौर का आवास पानी से डूब गया।
बुधवार की दोपहर में शुरू हुई बारिश की वजह से शहर के तमाम इलाके टापू बन गए हैं। विधानसभा परिसर के अलावा आसपास का वीआईपी क्षेत्र भी जल भराव से नहीं बच सका है। खुद नगर निगम का अपना मुख्यालय भी टापू बन गया। नगर निगम के सभी जिम्मेदार अधिकारी इसी में बैठते हैं। इसके बावजूद अपने दफ्तर को जल भराव से नहीं बचा पाए। नगर निगम के सभी विभागों में पानी घुस गया। नगर निगम मुख्यालय के टैक्स विभाग, रेंट विभाग, पर्यावरण अभियंता कार्यालय, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, कंप्यूटर विभाग सहित कई दफ्तर में भी पानी भर नजर आया। सभी विभागों में कूड़ा कचरा तैरने लगा। जल भराव की स्थिति देख नगर निगम के कई बड़े अफसर नंगे पैर पानी से होते गाड़ियों में बैठकर निकल गए। कुछ अपने कर्मचारियों की चप्पल पहन कर पार किया। मूसलाधार बारिश ने लखनऊ महापौर का आवास भी डुबा दिया।
विधानसभा के आसपास की स्थिति तो बेहद खराब रही। यहां सत्र चलने की वजह से तमाम वीआईपी फंस गए। जलभराव से गाड़ियां निकालने में दिक्कतें हो रही थी। बाहर सड़कों पर भारी जल भराव था। भाजपा मुख्यालय के अंदर भी पानी भर गया। हजरतगंज स्थित कैपिटल सिनेमा के आसपास की सभी दुकानों में कमर तक पानी हो गया है। कपड़े से लेकर अन्य खाने-पीने के समान पानी में डूब गए हैं। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह टीम के साथ खुद विधानसभा व हजरतगंज के आसपास मोर्चा संभाले हुए हैं। जल निकासी का काम कराया जा रहा है। लेकिन अभी तक पानी नहीं निकल पाया है।
विधानसभा के आसपास जल भराव होने से मुख्यमंत्री को भी हुई दिक्कतें
नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक जल भराव की वजह से मुख्यमंत्री को भी निकलने में दिक्कतें हुई। उन्हें गेट नंबर 1 से निकाला गया। क्योंकि हजरतगंज, विधानसभा के चारों तरफ सड़कों पर पानी भरा हुआ था।
हैदराबाद बाढ़ नियंत्रण का प्रशिक्षण लेने पहुंची मेयर का घर खुद पानी में डूबा
महापौर सुषमा खर्कवाल बाढ़ नियंत्रण के प्रशिक्षण के संबंध में इन दोनों हैदराबाद में हैं। वह बाढ़ रोकने के उपाय के बारे में प्रेजेंटेशन देख रही हैं। इधर लखनऊ में हुई बारिश के दौरान महापौर सुषमा खर्कवाल का घर खुद ही डूब गया। उनके घर में भी लाखों के सामान का नुकसान हुआ है। महापौर का आवास नगर निगम से बमुश्किल 1 किलोमीटर पर है। बाला कदर रोड पर फैमिली कोर्ट के पास है।