हर साल 25 अप्रैल को वर्ल्ड मलेरिया डे मनाया जाता है। इन दिन को मनाने का कारण लोगों में मलेरिया के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। हर साल की तरह इस साल भी मलेरिया डे को मनाने के लिए एक खास थीम मलेरिया से लड़ने के लिए तैयार, रखी गई है। इसका मकसद लोगों को मलेरिया से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए जागरूक करना है। रिपोर्ट्स की मानें तो हर साल भारत में हजारों की संख्या में लोग मलेरिया से पीड़ित होते हैं। ऐसे में इससे बचाव के लिए आप कुछ तरीकों को अपना सकते हैं।
क्या है मलेरिया
मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमित मच्छर में मौजूद परजीवी की वजह से होती है। ये रोगाणु इतने छोटे होते हैं कि इन्हें आप देख नहीं सकते। मलेरिया बुखार प्लॅस्मोडियम वीवेक्स नामक वायरस के कारण होता है। अनोफलीज नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से व्यक्ति के ब्लड फ्लो में ये वायरस संचारित होता है।
मलेरिया से बचाव के तरीके
1) कपड़ों का चुनाव करते समय उन कपड़ों को पहने जो आपके हाथ और पैर को पूरी तरह से कवर करें।
2) बच्चे को झूले में पार्क ले जा रहे हैं तो उन्हें नेट में कवर करें। ताकी मच्छरों से बचा जा सके।
3) मॉस्किटो रिपेलेंट क्रीम और बैंड का इस्तेमाल करें। जब आप बगीचे में बैठें हों या बाहर खेल रहे हों तब भी यह आपको सुरक्षित रखने में मदद करेगा।
4) अपने घर की खिड़कियों को अच्छी तरह से ढक कर रखें और उन्हें बंद रखें। अगर आप चाहते हैं कि ताजी हवा घर में आए तो उन्हें जाल से ढक दें ताकि मच्छर आपके घर में न आ सकें।
5) कूलरों, छोटे-छोटे गड्ढों, या बाल्टी में पानी जमा न रखें। यहां मच्छर पनपने के चांस होते हैं। अपने आसपास पानी जमा होने पर तुरंत सफाई करें।
6) खुद को हाइड्रेटेड रखें। सही मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है। आप नारियल पानी और जूस को डायट में शामिल करें।