
कोण्डागांव. आई.पी.सी. की धारा 302 के मामले में एक विचाराधीन कैदी को जिला एवं सत्र न्यायालय कोण्डागांव के किसी न्यायालय से जैसे ही आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई वैसे ही विचाराधीन कैदी कोर्ट परिसर से भाग निकला, लेकिन वहीं कोण्डागांव की मुस्तैद पुलिस द्वारा तत्काल ही कैदी को धर दबोच लिया गया।
यह मामला गुरुवार 16 मई दोपहर बाद का है, जब जिला एवं सत्र न्यायालय कोण्डागांव से भाजपा कार्यालय की ओर से मण्डी सड़क से जुड़ने वाली सड़क के एक मोड़ पर कई पुलिस अधिकारी-कर्मचारी एक व्यक्ति को धर दबोचते नजर आए। पुछे जाने पर ज्ञात हुआ कि वह व्यक्ति एक विचाराधीन कैदी है और जिला एवं सत्र न्यायालय कोण्डागांव परिसर से भागा है। और पड़ताल करने पर ज्ञात हुआ कि उस व्यक्ति यानि विचाराधीन कैदी पर आईपीसी की धारा 302 सहित अन्य धाराओं में जिला एवं सत्र न्यायालय कोण्डागांव के किसी न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही थी, सुनवाई के दौरान हत्या का आरोप सिद्ध होने पर न्यायालय के द्वारा जैसे ही विचाराधीन कैदी को आजीवन कारावास की सजा सुनाया गया, वह कोर्ट परिसर से भाग निकला, कोर्ट में मौजुद पुलिस अधिकारी-कर्मचारी ने कैदी का पीछा किया और लगभग 100 मीटर के दायरे में ही कैदी को धर दबोचने में पुलिस सफल रही। वहीं कैदी के कोर्ट परिसर से भाग निकलने की सूचना मिलते ही कोण्डागांव थाना पुलिस भी तत्काल मौके पर पहुंची और दबोचकर रखे गए कैदी को वापस कोर्ट में लाने में सहयोग किया।