झाबुआ। हिन्दू शास्त्रों के सनातन धर्मानुसार प्रत्येक प्राणी में जीवात्मा रहती है, जो प्रभु का ही अंश है। क्या एक जानवर भी धार्मिक हो सकता है। आज हम आपको एक ऐसे कुत्ते के बारे में बताने जा रहे हैं जो धार्मिक कार्यक्रमों में भी शामिल होता है। जी हां हम बात कर रहे है झाबुआ जिले के रायपुरिया ग्राम की। जहां एक ऐसा स्वान है जो गांव के प्रत्येक धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत करता है।
इतना ही नहीं गांव में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु हो जाए तो उसकी शव यात्रा में भी ये श्वान जाता है और गांव के अंबिका माता मंदिर, राम मंदिर की महाआरती में भी ये श्वान प्रतिदिन शामिल होता है। वह मंदिर के महंत द्वारा प्रसादी देने के बाद ही कुछ खाकर वहां से अपने रास्ते चला जाता है।
आज तक इस स्वान ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। यह पूरा वाक्या एक वर्ष से लगातार चल रहा है। जो भी इसे देखते है वह बड़े आश्चर्य से भर जाते है कि कोई जानवर भी इतना धार्मिक हो सकता है। ये बात गांव के ग्रामीण भली जानते हैं।