
रेलवे की ओर से आयोजित रोजगार मेले के कार्यक्रम में स्थानीय नेताओं की उपेक्षा से केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह रेलवे के अफसरों पर नाराज हो गईं। हालांकि, कार्यक्रम में उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर नहीं की। लेकिन, समारोह के बाद उन्होंने रेलवे के अधिकारियों को रेस्ट हाउस में तलब कर कड़ी फटकार लगाई। इसके साथ ही अपने ऑफिस स्टाफ पर भी नाराजगी जताई।
दरअसल, रोजगार मेले के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के युवाओं को संबोधित किया। इसका प्रचार-प्रसार करने के लिए सभी राज्यों में कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें केंद्रीय मंत्रियों को भेजा गया था। इसी बहाने आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्र सरकार की योजनाओं का प्रचार करना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए युवाओं को संबोधित किया। वहीं, प्रत्यक्ष रूप से केंद्रीय मंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए।

रेलवे के नार्थ इंस्टीट्यूट सभाकक्ष में हुआ कार्यक्रम।
स्थानीय नेताओं को आमंत्रण नहीं
इस आयोजन में रेलवे ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रण नहीं दिया था। केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह के अलावा सांसद अरूण साव और पूर्व नेता प्रतिपक्ष और बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक को बुलाया था। जबकि, दूसरे विधायकों को नहीं बुलाया गया। इस दौरान कार्यक्रम में अव्यवस्था को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह नाराज हुईं। उन्होंने कार्यक्रम के बाद रेलवे अफसरों को रेस्ट हाउस में तलब किया और जमकर नाराजगी जाहिर की। उनका कहना था कि इस कार्यक्रम में सभी जनप्रतिनिधियों को आमंत्रण देना था। वे कार्यक्रम में आते या नहीं आते, बाद की बात है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष का नहीं कराया संबोधन
इस कार्यक्रम में रेलवे के अधिकारियों ने केवल केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह और सांसद अरूण साव से संबोधन कराया। जबकि, भाजपा के सीनियर लीडर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को भाषण देने के लिए नहीं बुलाया। इसी बात से केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह रेलवे अफसरों पर खासी नाराज थीं।