
रमजान का पाक महीना चल रहा है। लेकिन, इस महीने में बिहार में सियासत भी जोरों पर है इफ्तार पार्टियों में 2024 और 2025 का गणित भी सेट हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार आज अपने आवास पर इफ्तार पार्टी दे रहे हैं। पार्टी में आने वाले मेहमानों पर सबकी नजर है क्योंकि, पिछले साल आरजेडी की इफ्तार पार्टी में ही बिहार में सत्ता परिवर्तन के स्क्रिप्ट लिखी गई थी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज अपने आवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहे हैं। रमजान के महीने में राजनीतिक इफ्तार पार्टियों का आयोजन बिहार की परंपरा है। लगभग सभी राजनीतिक दल इस महीने में एक बार ऐसी पार्टियों का आयोजन करते ही हैं। जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी में बिहार के गवर्नर राजेंद्र विश्वनाथ लेकर के साथ सत्ता पक्ष के सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। बिहार सरकार के सभी मंत्री भी महत्वपूर्ण इफ्तार पार्टी में मौजूद रहेंगे।
नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में इस पार्टी का आयोजन कर रहे हैं। ऐसे में विपक्ष को इस पार्टी में आमंत्रित किया जाना स्वभाविक है। हालांकि अभी तक इसे राज रखा गया है कि विपक्षी दल बीजेपी को न्योता मिला है कि नहीं। हालांकि बीजेपी ऐसी पार्टियों को तुष्टीकरण की राजनीति बताती है। खासकर जब बीजेपी सरकार से बाहर होती है।जानकारी के मुताबिक इस बार भी बीजेपी नीतीश कुमार द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी को सियासत नहीं बता रही है।
इसी वर्ष पिछले दिनों एक इफ्तार पार्टी को लेकर नीतीश कुमार काफी चर्चा में रहे। पटना के फुलवारी शरीफ में जदयू नेता की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री शामिल हुए। वहां सीएम जिस मंच पर बैठे थे उसके पीछे लाल किला के बैकग्राउंड वाले बैनर लगाए गए थे। बीजेपी ने इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर आलोचना की। कहा गया था कि नीतीश कुमार देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं।