
रायपुर. छत्तीसगढ़ के एक सुदूर आदिवासी गांव में परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी। राज्य में कक्षा 10 और 12वीं के लिए बोर्ड परीक्षा एक मार्च से शुरू होगी। ऐसे में परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र को सुकमा के जगरगुंडा गांव तक पहुंचाए गया। यह क्षेत्र राजधानी रायपुर से लगभग 400 किलोमीटर दूर है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक्स पर लिखा, ‘यह है हमारा छत्तीसगढ़, जहां बच्चों के भविष्य की चिंता सबसे पहले की जाती है। प्रदेश के दूरस्थ आदिवासी जिले सुकमा के जगरगुंडा के लिए हेलीकॉप्टर से भेजे गए प्रश्नपत्र। उल्लेखनीय है, कि कल 1 मार्च से शुरू हो रही हैं बोर्ड परीक्षाएं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जिला प्रशासन के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा, कि आदिवासी अंचल के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए की गई यह पहल काबिले तारीफ है। कोई बच्चा न रहे ,अच्छी शिक्षा से वंचित। नौनिहालों के बेहतर भविष्य के लिए छत्तीसगढ़ सरकार समर्पित।’
हेलीकॉप्टर जमीन के एक खुले हिस्से पर उतरा और अर्धसैनिक बल के जवानों ने प्रश्नपत्र उतारने में अधिकारियों की सहायता की। हाल ही में, छत्तीसगढ़ सरकार ने कक्षा 10 और 12वीं के लिए राज्य बोर्ड परीक्षा एक ही शैक्षणिक सत्र में दो बार कराने का फैसला लिया है। इस फैसले की घोषणा स्कूल शिक्षा विभाग ने की। फिलहाल दो बोर्ड परीक्षाओं के कार्यान्वयन के लिए शैक्षणिक वर्ष को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है। वहीं शिक्षा विभाग ने बताया है कि अंतिम बोर्ड परीक्षाओं का पहला चरण मार्च में और दूसरा जुलाई में आयोजित किया जाएगा।
केंद्र ने पिछले साल अगस्त में नई शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलावों की घोषणा की थी। शिक्षा मंत्रालय ने कहा था कि बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी, जिसमें छात्रों को बेहतरीन नंबर लाने में मदद मिलेगी। केंद्र ने कहा था कि बोर्ड परीक्षाओं को वर्तमान ‘उच्च जोखिम’ एक्सरसाइज की तुलना में ‘आसान’ बनाने के लिए, परीक्षक इस बात पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय दक्षताओं की समझ और उपलब्धि का आकलन करेंगे कि छात्रों ने कितना याद किया है।