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शेयर बाजार ने साल 2024 की पहली सबसे बड़ी गिरावट देखी है। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों ही रेंगते नजर आए। सेंसेक्स 1628.01 अंक या 2.23% फीसदी टूटकर 71,500 अंक पर बंद हुआ। वहीं, ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स का निचला स्तर 71,429.30 अंक रहा। सेंसेक्स की यह 16 महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। इसी तरह, निफ्टी करीब 500 अंक से ज्यादा लुढ़का और इसका निचला स्तर 21,600 अंक से नीचे रहा। बाजार में मची इस भगदड़ के कई बड़े फैक्टर हैं। आइए इसके बारे में डिटेल में जान लेते हैं।
HDFC समेत बैंकिंग शेयर धड़ाम
शेयर बाजार की गिरावट की सबसे बड़ी वजह बैंकिंग शेयरों की बिकवाली है। बुधवार को एचडीएफसी बैंक समेत ज्यादातर बैंकिंग या एनबीएफसी के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई। एचडीएफसी बैंक के शेयर 8 फीसदी से ज्यादा टूट गए तो कोटक, एक्सिस, एसबीआई, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई जैसे बड़े बैंकों या एनबीएफसी के शेयर भी बुरी तरह पस्त नजर आए।
मुनाफावसूली
शेयर बाजार कई दिनों से तूफान की तरह बढ़ रहा था। बीते मंगलवार को सेंसेक्स पहली बार 73427.59 अंक के स्तर तक गया। इसी तरह निफ्टी ने भी 22000 अंक के स्तर को पार कर लिया। लगातार आ रही तेजी के बाद ये आशंका थी कि बाजार मुनाफावसूली का रुख कर सकता है। अब यह आशंका सच साबित हुई है।
डॉलर में तेजी
डॉलर एक महीने के हाई पर कारोबार कर रहा है। डॉलर के मजबूत होने का मतलब है कि रुपया कमजोर होगा, जो इकोनॉमी के लिए अच्छी बात नहीं है। बता दें कि जब डॉलर इंडेक्स बढ़ता है, तो कच्चा तेल और अन्य वस्तुएं अधिक महंगी हो जाती हैं। इससे हमारी आयात लागत बढ़ जाती है और हमारा चालू खाता घाटा बढ़ने की आशंका रहती है।
एशियाई बाजारों में गिरावट
बुधवार को एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिली। चीन के शेयर बाजार में हाहाकार मचा हुआ है। 2019 की शुरुआत के बाद से सबसे निचले स्तर के करीब मंडरा रहा है। हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक तो 3% तक गिर गया। दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक 2.25 प्रतिशत नीचे आया। जापान का निक्केई सूचकांक भी सुस्त नजर आया है।
डिजीज एक्स की चिंता
बीते कुछ दिनों से एक नई बीमारी डिजीज एक्स ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है। एक्सपर्ट के मुताबिक यह बीमारी कोरोना से 20 गुना ज्यादा खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इस बीमारी को लेकर चिंतित नजर आ रहा है और जल्द ही एक बैठक होने वाली है।
निवेशकों को बड़ा नुकसान
शेयर बाजार के हाहाकार की वजह से सिर्फ एक ही दिन में निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। पिछले कारोबारी दिन बीएसई का मार्केट कैप 374.95 लाख करोड़ रुपये था, जो अब 371 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर है। बता दें कि 16 जनवरी को बीएसई सेंसेक्स 73427.59 अंक के ऑल टाइम हाई तक गया था।