
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की धरती अब लीथियम उगलने वाली है। मोबाइल और ई-वाहनों की बैटरी के लिए जरूरी लीथियम का भंडार कटघोरा के महेशपुर-घुचापुर में मिला है। केंद्र सरकार ने इसके व्यवसायिक खनन के लिए कंपोजिट लाइसेंस का टेंडर जारी कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक इसमें छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित कटघोरा- घुचापुर में स्थित लिथियम ब्लॉक भी सम्मिलित है। सर्वे के अनुसार यहां पर्याप्त मात्रा में रेअर अर्थ एलिमेंट्स की उपलब्धता है। बता दें कि केंद्र द्वारा महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों की नीलामी प्रक्रिया 29 नवम्बर से प्रारंभ की गई है। वहीं बोली जमा करने की अंतिम तिथि 22 जनवरी निर्धारित की गई है। बताया जा रहा है कि इसके अलावा लीथियम सहित अन्य दुर्लभ धातु के लिए देश में 20 ब्लॉक के लाइसेंस के लिए भी टेंडर शुरू कर दिया गया है। कटघोरा में 256.12 तथा रियासी में 317 हेक्टेयर में लीथियम के भंडार की पुष्टि हुई है। जहां लीथियम मिला है, उस क्षेत्र में 84.86 हेक्टेयर वन भूमि है। आधिकारिक बयान के अनुसार, महत्वपूर्ण खनिजों के ये 20 ब्लॉक देश भर में फैले हैं। भारत में 30 क्रिटिकल मिनरल हैं। इनमें एंटीमनी, बेरिलियम, बिस्मथ, कोबाल्ट, तांबा, गैलियम, जर्मेनियम, ग्रेफाइट, हेफ़नियम, इंडियम, लिथियम, मोलिब्डेनम, नाइओबियम, निकल, पीजीई, फॉस्फोरस, पोटाश, आरईई, रेनियम, सिलिकॉन, स्ट्रोंटियम, टैंटलम, टेल्यूरियम, टिन, टाइटेनियम, टंगस्टन, वैनेडियम, ज़िरकोनियम, सेलेनियम और कैडमियम शामिल हैं।