
हमास के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है। मोसाद के जासूसों ने ब्राजील में यहूदियों और इजरायल के ठिकानों पर होने वाले एक आतंकी हमले को नाकाम कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान समर्थित आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला इन हमलों की योजना बना रहा था। ऐसी कार्रवाई के बाद मोसाद को अपनी छवि को वापस पाने में मदद कर सकती है। आपको बता दें कि इजरायील खुफिया एजेंसी को दुनिया का सबसे घातक एजेंसी माना जाता है। हालांकि, हमास के द्वारा इजरायली शहरों पर हमले के बाद इस छवि को नुकसान पहुंचा है।
इस कार्रवाई की पुष्टि ब्राजील की सरकार ने की है। उसने कहा कि यहूदियों पर आतंकी हमले की योजना को नाकाम कर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्रवाई में मोसाद ने मदद की है। ब्राजील के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘ब्राजील में सुरक्षा बलों ने मोसाद की सहयोगियों के साथ मिलकर हिज्बुल्ला द्वारा सुनियोजित एक आतंकी हमले को नाकाम कर दिया है। इस ऑपरेशन को ईरान आर्थिक मदद दे रहा था।’
11 जगहों पर छापेमारी
पुलिस ने एक बयान में कहा, ”उन्होंने साओ पाउलो, ब्रासीलिया और दक्षिणपूर्वी राज्य मिनस गेरैस में 11 जगहों पर रेड मारी है।” वहीं, मोसाद ने कहा कि नियोजित हमले एक व्यापक नेटवर्क का हिस्सा थे जो अतिरिक्त देशों में संचालित थे, हालांकि उसने उनका नाम नहीं बताया है।
सुरक्षा विशेषज्ञों ने ब्राजील, अर्जेंटीना और पैराग्वे के बीच सीमा क्षेत्रों में कथित हिजबुल्लाह गतिविधियों पर लंबे समय से नजर रखी है। ईरान समर्थित समूह लेबनान में स्थित है जहां संसद और सरकार में इसकी सीटें हैं।
यहूदियों पर हमले की योजना
इजरायली प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर प्रकाशित मोसाद के बयान में कहा गया है, “गाजा में युद्ध को देखते हुए हिजबुल्लाह और ईरानी शासन दुनिया भर में इजरायली, यहूदी और पश्चिमी ठिकानों पर हमला करने के लिए काम कर रहे हैं।”
आपको बता दें कि इजरायल-गाजा युद्ध 7 अक्टूबर को तब शुरू हुआ जब आतंकी समूह हमास ने दक्षिणी इजरायल में कम से कम 1,400 लोगों को मार डाला और 200 से अधिक को बंदी बना लिया। इजरायल ने हमास पर युद्ध की घोषणा की और तब से गाजा पर लगातार बमबारी की, जिसमें 10,000 से अधिक लोग मारे गए। आपको बता दें कि हमास हिजबुल्लाह से संबद्ध है और गाजा को नियंत्रित करता है।