प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि कांग्रेस देश में परिवारवाद का सबसे बड़ा प्रतीक बन गयी है और यही वजह है कि मध्यप्रदेश में भी इस दल के दो नेता अपने बेटों को स्थापित करने के लिए लड़ रहे हैं।
श्री मोदी ने राज्य के विंध्य अंचल के सीधी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर विंध्य अंचल के पार्टी प्रत्याशी भी मौजूद थे। श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस देश में परिवारवाद का सबसे बड़ा प्रतीक है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दो बड़े नेता आपस में इसलिए लड़ रहे हैं कि उनके बेटों का कांग्रेस पर कब्जा हो जाए। इसलिए ये नेता एक दूसरे के कपड़े फाड़ने की बात भी कर रहे हैं।
श्री मोदी ने सवालिया अंदाज में कहा कि जिन नेताओं की प्राथमिकता अपने बेटों का भविष्य है, वो आम जनता की क्या सोचेगा। उन्होंने राज्य के 18 से 25 वर्ष आयु के मतदाताओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे इस बात का चिंतन करें कि देश में आजादी के बाद छह सात दशक तक पंचायत से लेकर संसद तक हर जगह कांग्रेस की ही सत्ता थी। लेकिन अब यह पार्टी गिनती के राज्यों में क्यों सिमटकर रह गयी। श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यों ने गरीबों की जेब साफ करने का काम किया है। इसलिए जिस राज्य में भी कांग्रेस एक बार गयी, वहां वह दोबारा नहीं आयी। कांग्रेस मध्यप्रदेश में भी दो दशकों से बहुमत के लिए तरस रही है।
श्री मोदी ने कहा कि इसके अलावा कांग्रेस “दिल्ली दरबार” में हाजिरी लगाने वालों को तवज्जो देती है। कांग्रेस ने किसी भी वर्ग का ध्यान नहीं रखा। इनकी नीतियां दलित और अनुसूचित जाति विरोध की भी हैं। ये लोग “मोदी” को गाली देते देते अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को भी भला बुरा बोलने लगे। उन्होंने ताजा उदाहरण देते हुए दावा किया कि कल ही देश के मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में राजस्थान के एक दलित की नियुक्ति हुयी है। इससे संबंधित बैठक में वे स्वयं थे, लेकिन कांग्रेस को पता चला कि एक दलित की नियुक्ति की जा रही है, तो उसके नेता बैठक में ही नहीं आए। इसी तरह पहले अनुसूचित जनजाति की महिला राष्ट्रपति का भी इस दल के नेताओं ने विरोध किया था।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के नारे “एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी” का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह नारा अब रहस्य नहीं रह गया है। कांग्रेस ने दस सालों तक सरकार चलाने के दौरान सिर्फ लूटने का काम किया था। वहीं उन्होंने (श्री मोदी ने) दस साल पूरी लगन और मेहनत से कार्य किए। कांग्रेस ने टेलीकॉम, कोयला और अन्य घोटाले किए और लाखों रुपए लूटे। वहीं भाजपा ने घोटाले बंद कर इससे बचने वाली धनराशि से गरीबों के हित में कार्य किए।