
रायपुर :- शहर को दो प्रमुख रसूखदारों ने हाईजेक कर लिया है। एक बिल्डर जो कही भी निर्माण सामग्री पटक कर जाम की स्थिति निर्मित कर रहे, वही नगर निगम ने सडक़ों को खोद कर चौपट कर दिया है। शहर सरकार की व्यवस्था से सबसे ज्यादा नाराज तिजहारिन बहनें हुई जो पूजा के सामान खरीदते-खरीदते महापौर औैर निगम कमिश्नर को कोसती रही। पिछले एक साल से नल-जल योजना के तहत बिछाई जा रही पाइप लाइन से पानी जब मिलेगा, तब मिलेगा, लेकिन राजधानी के पूरे 70 वार्डों के साथ मुख्य बाजार को खोदकर आना-जाना मुश्किल कर दिया है। ट्रैफिक पुलिस वाहन में लाउडस्पीकर लेकर गड्डे के ऊपर बैठे तीजा-पोरा का पूजा का सामान बेचने पसरा वालों से कहते सुने गए की सडक़ घेर कर दुकान नहीं लगाए। पूजा का सामान खरीदने आई तिजहारिनों को गोल बाजार में प्रवेश के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। ऊपर से रसूखदार कार और बाइक लेकर गोल बाजार अंदर जहां -तहां पार्किंग करके गोल बाजार के अंदर की व्यवस्था को चौपट कर देते है।
नव्यायारियों का माल बिक पाया है न लोग खरीद पाये है। हर जगह एक ही दिक्कत गड्ढा। शहर की सडक़ों का हाल मत पूछिए उसे बेहाल कहना भी छोटा होगा। बारिश में गंदगी और धूप आते ही कचरे सूख कर धूल बनकर पूरे बाजारा में प्रदूषण फैला रहे है। शहर में गड्ढों की वजह से लोगों का घर से निकलना और सडक़ पर चलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में अगर इस दिक्कत का जल्द निपटारा नहीं किया गया तो बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। राजधानी के मुख्यमार्ग जीई रोड पर विवेकानंद आश्रम से लेकर आमापारा चौक तक सडक़ के दोनों ओर इन दिनों गणेश जी की मूर्तियों का बाजार सजा हुआ है। आने वाले त्योहारों के लिए शहर के अधिकांश क्षेत्र में बीच सडक़ पर दुकान लगे है। इससे ट्रैफिक जाम होने से खरीदारी करने वालों के साथ व्यापारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।