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सुकमा :– ये कैसी विडंबना है कि मरीज को पहुंचाने के लिए खटिए का सहारा लेना पड़ता है. 100- 200 मीटर नहीं 3 किलोमीटर तक. आजादी के इतने साल बाद भी देश के कुछ इलाकों की न सूरत बदली है और न हालत. मामला सुकमा जिले का है। मिली जानकारी अनुसार मरीज को खाट पर लादकर कुछ लोग एंबुलेंस तक लाते हुए दिख रहे हैं. यह मंजर सिस्टम के दावों को हकीकत उजागर करने के लिए काफी है. कोनडरे गांव के मुसलपारा निवासी हैं पोडयामी जोगी, जिनकी उम्र है 60 साल. बुधवार की रात उनकी तबीयत बिगड़ी. परिवार को लोगों ने सुबह का इंतजार किया. इसके बाद अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया गया. मुसलपारा तक पक्की सड़क ही नहीं है तो एंबुलेंस 3 किलोमीटर पहले ही खड़ी हो गई. घर के लोगों ने पोडयामी जोगी को खाट पर लादकर तीन किलोमीटर दूर एंबुलेंस तक ले गए. उसके बाद ही उन्हें अस्पताल ले जाया जा सका।